किसी भी बहाने आ जा रे साँवरिया , रूप सलोना दिखा जा साँवरिया , कोरोना से मुक्ति दिला जा साँवरिया Скачать
दरबार में मेरे सतगुरु के , दुःख दर्द मिटाये जाते है। गर्दिश के सताए लोग यहाँ सीने से लगाये जाते है । Скачать
मेरी सोई रे आत्मा जागी । अंधयारी भरम की भागी। धरती के धणी से लौ लागी रे ।आज गौरा हुआ बैरागी रे । Скачать