छंद।।आप ही आदि हैं आप ही अंत हैं,आप ही हैं सर्वेश हमारे।। Kavi Kumar Pradip, Unnao #hindufestival Kavi Kumar Pradip 313 подписчиков Скачать
छंद।।आप ही आदि हैं आप ही अंत हैं,आप ही हैं सर्वेश हमारे।। Kavi Kumar Pradip, Unnao #hindufestival Скачать
वतन की आन तुमसे है, वतन की शान तुमसे है ।। बच्चों एवं देश के सैनिकों को समर्पित।। कवि कुमार प्रदीप @ Скачать
गुरु की कृपा का कोई प्रतिदान दे न पाया। इनकी महानता का प्रतिमान दे न पाया। कवि कुमार प्रदीप, उन्नाव Скачать
गुरु के बिना न होगा दुनिया में ज्ञान कोई। इनके बिना बनेगा ना संविधान कोई। कवि कुमार प्रदीप, उन्नाव Скачать
अवधी हास्य कविता ।। हरिश्चंद्र केरि बरात ।। @ भाग 1@ सत्य घटना पर आधारित ।। Kavi Kumar Pradip # Скачать
इन्सां तो इन्सां हैं दुनियां वालों ने रंगों को भी जात-धर्म में बांट दिया।। KUMAR PRADIP, UNNAO Скачать
ये गालों की लाली ये रोली मुबारक।ये फागुन की मस्ती- ठिठोली मुबारक।। कुमार प्रदीप शर्मा, उन्नाव। Скачать
हर घर में शिक्षा का दीप जलाना है।। शिक्षा का अधिकार।। सब पढ़ें -सब बढ़ें।। कवि कुमार प्रदीप,उन्नाव Скачать
तीर्थ संग चारों धाम आ रहे हैं,आज अयोध्या में राम आ रहे हैं।। कवि कुमार प्रदीप शर्मा, उन्नाव।। Скачать
सइयां मिले लरिकइयां मैं का करूं, लोकगीत ।। आधुनिकता की अंधी दौड़ में विलुप्त होते लोकगीत।। @# Скачать
हम हैं फूल बबूल के ।। रचनाकार/कवि स्मृतिशेष अजय बहादुर सिंह "अलबेला"।। स्वर कवि कुमार प्रदीप, उन्नाव Скачать