Bhishm Sahani Birth Anniversary Special | Madhavi | भीष्म साहनी ओर ‘माधवी’| भीष्म साहनी जयंती विशेष Prof. S V S S Narayana Raju 2,08 тыс. подписчиков Скачать
Bhishm Sahani Birth Anniversary Special | Madhavi | भीष्म साहनी ओर ‘माधवी’| भीष्म साहनी जयंती विशेष Скачать
Sri Ram Charit Manas, Bal kand 20 | आखर मधुर मनोहर दोऊ। बरन बिलोचन जन जिय जोऊ ॥ गोस्वामी तुलसीदास. Скачать
Sri Ramcharit Manas, Bal kand19 | बंदउँ नाम राम रघुबर को। हेतु कृसानु भानु हिमकर ॥ गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Sri Ramcharit Manas, Bal kand18 | कपिपति रीछ निसाचर राजा। अंगदादि जे कीस समाजा । गोस्वामी तुलसीदास. Скачать
Sri Ramcharit Manas, Bal kand17 | प्रनवउँ परिजन सहित बिदेहू । जाहि राम पद गूढ़ ॥ गोस्वामी तुलसीदास. Скачать
Sri Ramcharit Manas, Bal kand16 | बंदउँ अवध पुरी अति पावनि। सरजू सरि कलि कलुष नस . गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Sri Ramcharit Manas,Bal kand15 | पुनि बंदउँ सारद सुरसरिता । जुगल पुनीत मनोहर चरिता.गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Sri Ramcharit Manas,Bal kand14 | एहि प्रकार बल मनहि देखाई।करिहउँ रघुपति कथा सुहाई. गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Sri Ramcharit Manas, Bal kand 13 | सब जानत प्रभु प्रभुता सोई । तदपि कहें बिनु रहा॥ गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Sri Ramcharit Manas, Bal kand 12 | जे जनमे कलिकाल कराला। करतब बायस बेष मराला ।। गोस्वामी तुलसीदास. Скачать
Sri Ramcharitmanas, Bal kand 11 | मनि मानिक मुकुता छबि जैसी। अहि गिरि गज सिर सोह न तैसी॥ तुलसीदास. Скачать
Friendship of Sri Ram and Hanuman मित्रता की प्रासंगिकता-श्री रामचरित मानस किष्किंधा कांड Radio Talk Скачать
खेती केवल एक आर्थिक गतिविधि नहीं बल्कि एक जीवनशैली है. Radio Talk. हिंदी उपन्यास और किसान जीवन. Скачать
Kamayani, Ida Sarg 31, UGC NET HINDI | जीवन निशीथ का अन्धकार भग रहा क्षितिज के अंचल में।जयशंकरप्रसाद Скачать
Sri Ramcharitmanas, Uttarkand 50, UGC NET HINDI | अस कहि मुनि बसिष्ट गृह आए । कृपासिंधु के। तुलसीदास Скачать
Kamayani, Ida Sarg 30, UGC NET HINDI | हँस पड़ा गगन वह शून्य लोक जिसके भीतर बसकर उजड़े। जयशंकरप्रसाद Скачать
Sri Ramcharitmanas, Uttarkand 49, UGC NET HINDI | जप तप नियम जोग निज धर्मा । श्रुति संभव । तुलसीदास. Скачать
Kamayani, Ida Sarg 29, UGC NET HINDI | हाँ, तुम ही हो अपने सहाय । जो बुद्धि कहे उनको न। जयशंकरप्रसाद Скачать
Sri Ramcharitmanas, Uttarkand 48, UGC NET HINDI | एक बार बसिष्ट मुनि आए। जहाँ राम सुखधाम । तुलसीदास. Скачать
Kamayani, Ida Sarg 28, UGC NET HINDI | शनि का सुन्दर वह नील लोक जिस की छाया सा फैला है। जयशंकरप्रसाद Скачать
Sri Ramcharitmanas, Uttarkand 47, UGC NET HINDI | सुनत सुधासम बचन राम के। गहे सबनि पद ॥ तुलसीदास. Скачать
Kamayani, Ida Sarg 27, UGC NET HINDI | इस विश्वकुहर में इन्द्रजाल जिसने रचकर फैलाया है। जयशंकरप्रसाद Скачать
Sri Ramcharitmanas, Uttarkand 46, UGC NET HINDI | कहहु भगति पथ कवन प्रयासा । जोग न मख जप ॥ तुलसीदास. Скачать
Kamayani, Ida Sarg 26, UGC NET HINDI | प्रतिभा प्रसन्न मुख सहज बोलवह बोली-" मैं हूँ, । जयशंकरप्रसाद. Скачать
Sri Ramcharitmanas, Uttarkand 45, UGC NET HINDI | जौं परलोक इहाँ सुख चहहू। सुनि मम बचन हृद॥ तुलसीदास Скачать
Kamayani, Ida Sarg 25, UGC NET HINDI | नीरव थी प्राणों की पुकार मूर्छित जीवन-सर निस्तर। जयशंकरप्रसाद Скачать
Sri Ramcharitmanas, Uttarkand 44, UGC NET HINDI | एहि तन कर फल बिषय न भाई। स्वर्गउ स्वल्प ॥ तुलसीदास Скачать
Kamayani, Ida Sarg 24, UGC NET HINDI | बिखरी अलकें ज्यों तर्कजाल वह विश्व मुकुट सा उज्। जयशंकरप्रसाद Скачать
Sri Ramcharitmanas, Uttarkand 43, UGC NET HINDI | एक बार रघुनाथ बोलाए । गुर द्विज पुरबासी ॥ तुलसीदास Скачать
Kamayani, Ida Sarg 23, UGC NET HINDI | प्राची में फैला मधुर रागजिसके मंडल में एक कमल । जयशंकरप्रसाद. Скачать
Sri Ramcharitmanas, Uttarkand 42, UGC NET HINDI | श्रीमुख बचन सुनत सब भाई । हरषे प्रेम न | तुलसीदास. Скачать
Kamayani, Ida Sarg 22, UGC NET HINDI | करती सरस्वती मधुर नाद बहती थी श्यामल घाटी में । जयशंकरप्रसाद. Скачать
Sri Ramcharitmanas, Uttarkand 41, UGC NET HINDI | पर हित सरिस धर्म नहिं भाई। पर पीड़ा सम॥ तुलसीदास. Скачать
Sri Rama Raksha Stotram, 38 | श्रीराम राम रामेति रमे रामे मनोरमे । सहस्त्रनाम तत्तुल। बुधकौशिक मुनि Скачать
Sri Rama Raksha Stotram, 36 | भर्जनं भवबीजानामर्जनं सुख सम्पदाम्। तर्जनं यमदूतानां राम। बुधकौशिकमुनि Скачать
Sri Rama Raksha Stotram, 35 | आपदामपहर्तारं दातारं सर्वसम्पदाम् । लोकाभिरामं श्रीरामं। बुधकौशिक मुनि Скачать
Sri Rama Raksha Stotram, 34 | कूजन्तं रामरामेति मधुरं मधुराक्षरम् ।आरुह्य कविता शाखां। बुधकौशिक मुनि Скачать
Sri Rama Raksha Stotram, 33 | मनोजवं मारुततुल्यवेगं जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम्। बुधकौशिक मुनि. Скачать
Sri Rama Raksha Stotram, 31,32 | दक्षिणे लक्ष्मणो यस्य वामे च जनकात्मजा। पुरतो मारुति। बुधकौशिक मुनि Скачать
Sri Rama Raksha Stotram, 29 | श्रीरामचन्द्रचरणौ मनसा स्मरामि श्रीरामचन्द्रचरणौवचसा । बुधकौशिक मुनि. Скачать
Sri Rama Raksha Stotram,28 | श्रीराम राम रघुनन्दन राम राम श्रीराम राम भरताग्रज राम राम।बुधकौशिक मुनि Скачать
Sri Rama Raksha Stotram, 27 | रामाय रामभद्राय रामचन्द्राय वेधसे। रघुनाथाय नाथाया सीता। बुधकौशिक मुनि Скачать
Court marshal and Language, Swadesh Deepak | रंगमंच के अनुकूल भाषा का सफलतम प्रयोग : 'कोर्ट मार्शल'. Скачать
Lanka kand 50, Sri Ram Charit Manas | कहँ कोसलाधीस द्वौ भ्राता । धन्वी सकल लोक | गोस्वामी तुलसीदास. Скачать
Padmavath, Simhal dweep Khand 06 | हीरामनि देइ बचा कहानी । चला जहाँ पदमावति रानी | पद्मावत, जायसी. Скачать
Lanka kand 49, Sri Ram Charit Manas | परिहरि बयरु देहु बैदेही । भजहु कृपानिधि परम| गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Padmavath, Simhal dweep Khand 05 | राजै कहा दरस जौं पावौं । परबत काह, गगन कहँ धावै | पद्मावत, जायसी. Скачать
Lanka kand 48, Sri Ram Charit Manas | निसा जानि कपि चारिउ अनी। आए जहाँ कोसला धनी | गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Padmavath, Simhal dweep Khand 04 | तहाँ देखु पदमावति रामा । भौंर न जाइ, न पंखी नामा | पद्मावत, जायसी Скачать
Lanka kand 47, Sri Ram Charit Manas | सकल मरमु रघुनायक जाना। लिए बोलि अंगद हनुमाना| गोस्वामीतुलसीदास Скачать
Padmavath, Simhal dweep Khand 03 | सो गढ़ देख गगन तें ऊँचा। नैनन्ह देखा, कर न पहुँचा | पद्मावत, जायसी Скачать
Lanka kand 46, Sri Ram Charit Manas | प्रभु पद कमल सीस तिन्ह नाए । देखि सुभट रघु । गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Padmavath, Simhal dweep Khand 02 | तू राजा जस बिकरम आदी । तू हरिचंद बैन सतबादी || पद्मावत, जायसी. Скачать
Lanka kand 45, Sri Ram Charit Manas | महा महा मुखिआ जे पावहिं । ते पद गहि प्रभु । गोस्वामी तुलसीदास. Скачать
Padmavath, Simhal dweep Khand 01 | पूछा राजै कहु गुर सूआ । न जनौं आजु कहाँ दहुँ ऊआ || पद्मावत, जायसी Скачать
Lanka kand 44, Sri Ram Charit Manas | जुद्ध बिरुद्ध क्रुद्ध द्वौ बंदर। राम प्रताप। गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Sri Rama Raksha Stotram, 26 | रामं लक्ष्मण पूर्वजं रघुवरं सीतापतिं सुन्दरं काकुत्स्थं। बुधकौशिक मुनि Скачать
Lanka kand 43, Sri Ram Charit Manas | भय आतुर कपि भागन लागे। जद्यपि उमा जीतिहहिं । गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Sri Rama Raksha Stotram, 25 | रामं दूर्वादलश्यामं पद्माक्षं पीतवाससम् । स्तुवन्ति नाम। बुधकौशिक मुनि Скачать
Lanka kand 42, Sri Ram Charit Manas | राम प्रताप प्रबल कपि जूथा। मर्दहिं निसिचर । गोस्वामी तुलसीदास. Скачать
Sri Rama Raksha Stotram, 20, 21 | आत्त सज्ज धनुषाविषुस्पृशा-वक्षयाशुग निषङ्ग सङ्गिनौ। बुधकौशिक मुनि. Скачать
Lanka kand 41, Sri Ram Charit Manas | कोट कँगूरन्हि सोहहिं कैसे। मेरु के सृंगनि । गोस्वामी तुलसीदास. Скачать
Sri Rama Raksha Stotram, 16 | आरामः कल्पवृक्षाणां विरामः सकलापदाम् । अभिराम स्त्रिलोक॥ बुधकौशिक मुनि Скачать
Sri Rama Raksha Stotram, 15 | आदिष्टवान्यथा स्वप्ने रामरक्षामिमां हरः । तथा लिखितवान्॥ बुधकौशिक मुनि Скачать
Sri Ramcharitmanas, Ayodhya kand 50 | अस बिचारि उर छाड़हु कोहू । सोक कलंक कोठि । गोस्वामी तुलसीदास. Скачать
Sri Rama Raksha Stotram, 13,14 | जगज्जैत्रैक मन्त्रेण रामनाम्नाभि रक्षितम् । यः कण्ठे॥ बुधकौशिक मुनि Скачать
Sri Ramcharitmanas, Ayodhya kand 49 | एक बिधातहि दूषनु देहीं। सुधा देखाइ दीन्ह । गोस्वामी तुलसीदास. Скачать
Sri Rama Raksha Stotram, 12 | रामेति रामभद्रेति रामचन्द्रेति वा स्मरन्। नरो न लिप्यते॥ बुधकौशिक मुनि Скачать
Sri Ramcharitmanas, Ayodhya kand 48 | का सुनाइ विधि काह सुनावा। का देखाइ चह काह । गोस्वामी तुलसीदास. Скачать
Sri Rama Raksha Stotram, 11 | पाताल भूतल व्योम चारिणश्छद्म चारिणः न द्रष्टुमपि शक्ता॥ बुधकौशिक मुनि. Скачать
Sri Ramcharitmanas, Ayodhya kand 47 | मिलेहि माझ बिधि बात बेगारी । जहँ तहँ देहिं। गोस्वामी तुलसीदास. Скачать
Sri Rama Raksha Stotram, 9,10 | जानुनी सेतु कृत्पातु जङ्घे दशमुखान्तकः । पादौ विभीषण॥ बुधकौशिक मुनि. Скачать
Sri Ramcharitmanas, Ayodhya kand 46 | धन्य जनमु जगतीतल तासू । पितहि प्रमोदु चरित। गोस्वामी तुलसीदास. Скачать
Sri Rama Raksha Stotram, 7,8 | करौ सीतापतिः पातु हृदयं जामदग्न्यजित् । मध्यं पातु खर॥ बुधकौशिक मुनि Скачать
Sri Ramcharitmanas, Ayodhya kand 45 | अजसु होउ जग सुजसु नसाऊ। नरक परौं बरु सुरपुरु।गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Sri Rama Raksha Stotram, 5,6 | कौसल्येयो दृशौ पातु विश्वामित्र प्रियः श्रुती । घ्राणं॥ बुधकौशिक मुनि Скачать
Sri Ramcharitmanas, Ayodhya kand 44 | अवनिप अकनि रामु पगु धारे। धरि धीरजु तब नयन । गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Sri Rama Raksha Stotram, 2,3,4 | ध्यात्वा नीलोत्पलश्यामं रामं राजीव लोचनम् ।जानकी ॥ बुधकौशिक मुनि Скачать
Sri Ramcharitmanas, Ayodhya kand 43 | रहसी रानि राम रुख पाई । बोली कपट सनेहु जनाई। गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Swamy Mahesh yogi, Ayodhya | ब्रम्हर्षि स्वामी महेश योगी। दिव्य भारत निर्माण ट्रस्ट श्री अयोध्या धाम Скачать
Sri Rama Raksha Stotram, ध्याये दाजानुबाहुं धृतशर धनुषं बद्ध पद्मासनस्थं पीतं वासो ॥ बुधकौशिक मुनि Скачать
Sri Ramcharitmanas, Ayodhya kand 42 | भरतु प्रानप्रिय पावहिं राजू । बिधि सब बिधि । गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Sri Rama Raksha Stotram 01, चरितं रघुनाथस्य शतकोटि प्रविस्तरम्। एकैकमक्षरं पुंसां महा॥ बुधकौशिक मुनि Скачать
Sri Ramcharitmanas, Ayodhya kand 41 | निधरक बैठि कहइ कटु बानी।सुनत कठिनता अति अकु॥ गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Sri Rama Raksha Stotram 37, रामो राजमणिः सदा विजयते रामं रमेशं भजे रामेणाभिहता निशाचर। बुधकौशिक मुनि Скачать
Sri Ramcharitmanas, Bal kand 240 | सीय स्वयंबरु देखिअ जाई। ईसु काहि धौं देइ बड़ाई। गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Sri Rama Raksha Stotram 35, आपदामपहर्तारं दातारं सर्वसम्पदाम् । लोकाभिरामं श्रीरामं . बुधकौशिक मुनि Скачать
Sri Rama Raksha Stotram 30, माता रामो मत्पिता रामचन्द्रः स्वामी रामो मत्सखा रामचन्द्रः बुधकौशिक मुनि Скачать
Sri Ramcharitmanas, Bal kand 239 | नृप सब नखत करहिं उजिआरी । टारि न सकहिं चाप तम । गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Sri Rama Raksha Stotram 22,23,24, रामो दाशरथिः शूरो लक्ष्मणानुचरो बली । बुध कौशिक मुनि. JAI SRI RAM Скачать
Sri Ramcharitmanas, Bal kand 238 | घटइ बढ़इ बिरहिनि दुखदाई । ग्रसइ राहु निज संधि। गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Sri Rama Raksha Stotram 17,18,19, तरुणौ रूप सम्पन्नौ सुकुमारौ महाबलौ । बुध कौशिक मुनि. JAI SRI RAM Скачать
Sri Ramcharitmanas, Bal kand 237 | हृदय सराहत सीय लोनाई । गुर समीप गवने दोउ भाई ॥ गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Sri Rama Raksha Stotram with Meaning, श्री राम रक्षा स्तोत्रम् और व्याख्या, बुधकौशिक मुनि JAISRIRAM Скачать
Sri Ramcharitmanas, Bal kand 236 | सेवत तोहि सुलभ फल चारी । बरदायनी पुरारि पिआरी । गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Sri Ramcharitmanas, Bal kand 235 | जानि कठिन सिवचाप बिसूरति । चली राखि उर स्यामल ॥ गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Sri Ramcharitmanas, Bal kand 234 | धरि धीरजु एक आलि सयानी । सीता सन बोली गहि पानी॥ गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Saket, NavamSarg 93,UGCNET | लपट से झट रूख जले, जले, नदी-नदी घट सूख चले, चले।विकल वे, मैथिलीशरणगुप्त Скачать
Sri Ramcharitmanas, Bal kand 233 | सोभा सीवँ सुभग दोउ बीरा । नील पीत जलजाभ सरीरा ॥ गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Saket, NavamSarg 81,UGCNET | स्नेह जलाता है यह बत्ती!फिर भी वह प्रतिभा है इसमें दीखे, मैथिलीशरणगुप्त Скачать
Sri Ramcharitmanas, Bal kand 232 | चितवति चकित चहूँ दिसि सीता । कहँ गए नृप किसोर ॥ गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Saket, NavamSarg 72, UGCNET |जगती वणिग्वृत्ति है रखती, उसे चाहती जिससे चखती;काम नहीं, मैथिलीशरणगुप्त Скачать
Sri Ramcharitmanas, Bal kand 231 | तात जनक तनया यह सोई । धनुष जग्य जेहि कारन होई ॥ गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Vidyapati Padavali, UGC NET HINDI | तातल सैकत बारि-बिन्दु सम, सुत-मित-रमनि-समाज। तोहे, विद्यापति. Скачать
Sri Ramcharitmanas, Bal kand 10 | एहि महँ रघुपति नाम उदारा। अति पावन पुरान श्रुति सारा ॥ तुलसीदास. Скачать
World Hindi Day 2024 Special. विश्व हिंदी दिवस 2024. रोजगारोन्मुख हिंदी : खेलकूद पत्रकारिता शब्दावली Скачать
Sri Ramcharitmanas, Bal kand 09 | खल परिहास होइ हित मोरा। काक कहहिं कलकंठ कठोरा॥ गोस्तुवामी तुलसीदास Скачать
Lehron ke Rajhans and Nand | लहरों के राजहंस और नंद | मोहन राकेश. Mohan Rakesh Jayanti special Скачать
Sri Ramcharitmanas, Bal kand 08 | आकर चारि लाख चौरासी । जाति जीव जल थल नभ बासी ॥ गोस्तुवामी तुलसीदास Скачать
Vidyapati Padavali, UGC NET HINDI | माधव, बहुत मिनति कर तोहि।दए तुलसी तिल देह, समर्पिनू, विद्यापति. Скачать
Sri Ramcharitmanas, Bal kand 07 | अस बिबेक जब देइ बिधाता। तब तजि दोष गुनहिं मनु राता ।। तुलसीदास. Скачать
Vidyapati Padavali 236, UGC NET HINDI | नाहि करब बर हर निरमोहिया।बित्ता भरि तन बसन न, विद्यापति. Скачать
Sri Ramcharitmanas, Bal kand 06 | खल अघ अगुन साधु गुन गाहा । उभय अपार उदधि अवगाहा ।। तेहि, तुलसीदास. Скачать
Vidyapati Padavali 217, UGC NET HINDI | अनुखन माधब माधब सुमरइते, सुन्दरि भेलि मधाई। ओ, विद्यापति. Скачать
Sri Ramcharitmanas, Bal kand 05 | मैं अपनी दिसि कीन्ह निहोरा। तिन्ह निज ओर न लाउब भोरा ॥ तुलसीदास. Скачать
Vidyapati Padavali 190 | UGC NET HINDI | मधुपुर मोहन गेल रे, मोर बिहरत छाती। गोपी सकल, विद्यापति. Скачать
Sri Ramcharitmanas, Bal kand 04 | बहुरि बंदि खल गन सतिभाएँ। जे बिनु काज दाहिनेहु बाएँ ॥ तुलसीदास. Скачать
Sri Ramcharitmanas, Bal kand 03 | मज्जन फल पेखिअ ततकाला। काक होहिं पिक बकउ मराला, गोस्वामी तुलसीदास. Скачать
Sri Ramcharitmanas, Bal kand 02 | गुरु पद रज मृदु मंजुल अंजन। नयन अमिअ दृग दोष बिभंजन ॥ तुलसीदास . Скачать
Sri Ramcharitmanas, Bal kand 01 | बंदउँ गुरु पद पदुम परागा । सुरुचि सुबास सरस अनुरागा ॥ तुलसीदास . Скачать
जो सुमिरत सिधि होइ गन नायक करिबर बदन।करउ अनुग्रह सोइ, तुलसीदास Sri Ramcharitmanas, Bal kand prayer 2 Скачать
वर्णानामर्थ संघानां रसानां छन्द सामपि । मंगलानां, तुलसीदास. Sri Ramcharitmanas, Bal kand prayer 01. Скачать
Vidyapati Padavali 178 UGC NET HINDI | नाच रे तरुनिहु तेजहु लाज, आएल, वसंत रितु बनिक राज, विद्यापति. Скачать
Mohanrakesh : Aadhe Adhure, स्त्री और पुरूष-अनिश्चित व घटनाहीन जिन्दगी के प्रतीक,आधेअधूरे, मोहनराकेश Скачать
Vidyapati Padavali 174 UGC NET HINDI | माघ मास सिरि पंचमि गंजाइलि, नवम मास पंचम हरुआई है, विद्यापति. Скачать
Vidyapati Padavali 145 UGCNET HINDI | माधव, दुरजए मानिनि मानि,विपरित चरित पेखि चकरित भेलि, विद्यापति Скачать
Vidyapati Padavali 144 | UGC NET HINDI | मधु सम बचन कुलिस सम मानस, प्रथमहि जानि न भेला | विद्यापति. Скачать
Sri Ramcharitmanas, Uttarkand 40, UGC NET HINDI | लोभइ ओढ़न लोभइ डासन । सिस्नोदर पर जमपुर, तुलसीदास. Скачать
Vidyapati Padavali 141 | UGC NET HINDI | बिरह व्याकुल बकुल तरुतर, पेखल नंद कुमार रे | नील, विद्यापति Скачать
Sri Ramcharitmanas, Uttarkand 39 UGCNET HINDI | सुनहु असंतन्ह केर सुभाऊ। भूलेहुँ संगति करि, तुलसीदास Скачать
Vidyapati Padavali 72 | UGC NET HINDI | सुंदरि चललिहु पहु घर ना। चहु दिस सखि सब कर धर ना, विद्यापति. Скачать
Sri Ramcharitmanas, Uttarkand 38 UGCNET HINDI | बिषय अलंपट सील गुनाकर । पर दुख दुख सुख सुख, तुलसीदास Скачать
Vidyapati Padavali 62 | UGC NET HINDI | प्रथमहि अलक तिलक लेब साजि। चंचल लोचन काजरें आँजि, विद्यापति. Скачать
Sri Ramcharitmanas, Uttarkand 37 UGC.NET HINDI | करउँ कृपानिधि एक ढिठाई। मैं सेवक तुम्ह जन, तुलसीदास Скачать
अभिनय और दृश्य योजना का सफल प्रयोग : 'सूर्य की अंतिम किरण से सूर्य की पहली किरण तक' | सुरेंद्र वर्मा Скачать
Sri Ramcharitmanas, Uttarkand 36 UGC.NET HINDI | सनकादिक बिधि लोक सिधाए। भ्रातन्ह राम चरन, तुलसीदास. Скачать
Sri Ramcharitmanas, Uttarkand 35 UGC.NET HINDI | देहु भगति रघुपति अति पावनि । त्रिबिधि ताप, तुलसीदास Скачать
Kamayani, Ida Sarg 21, UGCNET HINDI | अभिशाप प्रतिध्वनि हुई लीन नम- सागर के अंतस्तल में।जयशंकरप्रसाद Скачать
Kamayani, Ida Sarg 20, UGCNET HINDI | तुम जरा-मरण में चिर अशांत जिसको अब तक समझे थे सब। जयशंकरप्रसाद Скачать
Kamayani, Ida Sarg 19, UGCNET HINDI, | जीवन सारा बन जाय युद्ध उस रक्त, अग्नि की वर्षा। जयशंकरप्रसाद Скачать
Sri Ramcharitmanas, Uttarkand 34 UGC.NET HINDI | सुनि प्रभु बचन हरषि मुनि चारी । पुलकित तन, तुलसीदास Скачать
Kamayani, Ida Sarg 18, UGCNET HINDI, | संकुचित असीम अमोघशक्ति जीवन को बाधा-मय पथ पर ले। जयशंकरप्रसाद Скачать
Kamayani, Ida Sarg 17, UGCNET HINDI, वह प्रेम न रह जाये पुनीत अपने स्वार्थों से आवृत्त। जयशंकरप्रसाद Скачать
Kamayani, Ida Sarg 16, UGCNET HINDI, अनवरत उठे कितनी उमंग चुंबित हों आंसू जलघर से अभि। जयशंकरप्रसाद Скачать
Sri Ramcharitmanas, Uttarkand 33 UGC.NET HINDI | कीन्ह दंडवत तीनिउँ भाई। सहित पवनसुत सुख, तुलसीदास. Скачать
Kamayani, Ida Sarg 15, UGCNET HINDI, यह अभिनव मानव प्रजा सृष्टि द्वयता में लगी निरन्तर। जयशंकरप्रसाद Скачать
Sri Ramcharitmanas, Uttarkand 32 UGCNET HINDI | भ्रातन्ह सहित रामु एक बारा । संग परम प्रिय, तुलसीदास Скачать
Bharateeya Jnan Pranali & Research methodology, International Faculty Development Programe, SRM Univ Скачать
Kamayani, Ida Sarg 14, UGCNET HINDI, हाँ, अब तुम बनने को स्वतन्त्र, सब कलुष ढालकर औरों। जयशंकरप्रसाद Скачать
Kamayani, Ida Sarg 13, UGCNET HINDI, मनु उसने तो कर दिया दान वह हृदय प्रणय से पूर्ण सरल।जयशंकरप्रसाद Скачать
Kamayani, Ida Sarg 12, UGCNET HINDI | "यह कौन? अरे फिर वही काम ! जिसने इस भ्रम में है । जयशंकरप्रसाद Скачать
Sri Ramcharitmanas, Uttarkand 31 UGCNET HINDI | जब ते राम प्रताप खगेसा । उदित भयउ अति प्रबल,तुलसीदास Скачать
Sri Ram Charit Manas, Lanka kand 40 | लंकाँ भयउ कोलाहल भारी । सुना दसानन अति अहँ॥ गोस्वामी तुलसीदास. Скачать
Sri Ram Charit Manas, Lanka kand 39 | रिपु के समाचार जब पाए।राम सचिव सब निकट बोलाए॥ गोस्वामीतुलसीदास Скачать
Sri Ram Charit Manas, Lanka kand 38 | नारि बचन सुनि बिसिख समाना । सभाँ गयउ उठि होत॥ गोस्वामीतुलसीदास Скачать
Sri Ram Charit Manas, Lanka kand 37 | जेहिं जलनाथ बँधायउ हेला । उतरे प्रभु दल सहित॥ गोस्वामीतुलसीदास Скачать
Sri Ram Charit Manas, Lanka kand 36 | कंत समुझि मन तजहु कुमतिही । सोह न समर तुम्ह॥ गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Sri Ram Charit Manas, Lanka kand 35 | कपि बल देखि सकल हियँ हारे। उठा आपु कपि कें॥ गोस्वामी तुलसीदास. Скачать
Sri Ram Charit Manas, Lanka kand 34 | मैं तव दसन तोरिबे लायक। आयसु मोहि न दीन्ह॥ गोस्वामी तुलसीदास. Скачать
Sri Ram Charit Manas, Lanka kand 33 | एहि बधि बेगि सुभट सब धावहु । खाहु भालु कपि॥ गोस्वामी तुलसीदास. Скачать
Sri Ram Charit Manas, Lanka kand 32 | जब तेहिं कीन्हि राम कै निंदा। क्रोधवंत अति ॥ गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Third Gender | My Hijra My Lakshmi. ‘मैं हिजड़ा. मैं लक्ष्मी’ Laxminarayan Tripathi, Radio Talk. AIR Скачать
Personality Development and Sri Ramcharit Manas | व्यक्तित्व विकास और श्री रामचरित मानस | Radio Talk Скачать
12th World Hindi conference, Nadi, Fiji | Employability and Hindi language | रोजगार और हिंदी भाषा | Скачать
Third Gender | Kinner vimarsh | My Hijra My Lakshmi ‘मैं हिजड़ा. मैं लक्ष्मी’ | Laxminarayan Tripati Скачать
Sri Ram Charit Manas, Lanka kand 31 | जौं अस करौं तदपि न बड़ाई । मुएहि बधें नहिं ॥ गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Sri Ram Charit Manas, Aranya kand 46 | निज गुन श्रवन सुनत सकुचाहीं । पर गुन सुनत । गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Sri Ram Charit Manas, Aranya kand 45 | सुनि रघुपति के बचन सुहाए। मुनि तन पुलक नयन। गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Sri Ram Charit Manas, Aranya kand 44 | सुनु मुनि कह पुरान श्रुति संता । मोह बिपिन. गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Sri Ram Charit Manas, Aranya kand 43 | अति प्रसन्न रघुनाथहि जानी ।पुनि नारद बोले |गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Sri Ram Charit Manas, Aranya kand 42 | सुनहु उदार सहज रघुनायक। सुंदर अगम सुगम बर | गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Sri Ram Charit Manas, Aranya kand 41 | देखि राम अति रुचिर तलावा । मज्जनु कीन्ह परम| गोस्वामीतुलसीदास Скачать
Sri Ram Charit Manas, Aranya kand 40 | बिकसे सरसिज नाना रंगा। मधुर मुखर गुंजत बहु | गोस्वामीतुलसीदास Скачать
Sri Ram Charit Manas, Aranya kand 39 | गुनातीत सचराचर स्वामी । राम उमा सब अंतरजामी |गोस्वामीतुलसीदास Скачать
Sri Ram Charit Manas, Aranya kand 38 | बिटप बिसाल लता अरुझानी। बिबिध बितान दिए जनु |गोस्वामीतुलसीदास Скачать
Sri Ram Charit Manas, Aranya kand 37 | चले राम त्यागा बन सोऊ । अतुलित बल नर केहरि | गोस्वामीतुलसीदास Скачать
Sri Ram Charit Manas, Aranya kand 36 | मंत्र जाप मम दृढ़ बिस्वासा। पंचम भजन सो बेद |गोस्वामीतुलसीदास Скачать
Sri Ram Charit Manas, Aranya kand 35 | पानि जोरि आगें भइ ठाढ़ी। प्रभुहि बिलोकि | गोस्वामी तुलसीदास. Скачать
Sri Ram Charit Manas, Aranya kand 34 | सापत ताड़त परुष कहंता । बिप्र पूज्य अस | गोस्वामी तुलसीदास. Скачать
Bihari Satsaye 12, UGC JRF/NET HINDI | चितई ललचौंहैं चखनु डरि घूंघट-पट माँह । छल सौं चली. बिहारीलाल Скачать
Sri Ram Charit Manas, Aranya kand 33 | कोमल चित अति दीनदयाला। कारन बिनु रघुनाथ | गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Sri Ram Charit Manas, Aranya kand 32 | गीध देह तजि धरि हरि रूपा। भूषन बहु पट पीत | गोस्वामीतुलसीदास Скачать
Sri Ram Charit Manas, Aranya kand 31 | तब कह गीध बचन धरि धीरा । सुनहु राम भंजन भव | गोस्वामीतुलसीदास Скачать
Sri Ramcharit Manas,Aranya Kand Prayer| मूलं धर्मतरोर्विवेकजलधेः पूर्णेन्दुमानन्ददं।गोस्वामीतुलसीदास Скачать
Bihari Satsaye 10, UGCJRF/NET HINDI | फिरि फिरि चितु उतहीं रहतु, टुटी लाज की लाव। अंग-अंग. बिहारीलाल Скачать
Sri Ram Charit Manas, Ayodhya kand 40 | सूखहिं अधर जरइ सबु अंगू ।मनहुँ दीन मनिहीन | गोस्वामीतुलसीदास Скачать
Sri Ram Charit Manas, Ayodhya kand 39 | आनहु रामहि बेगि बोलाई। समाचार तब पूँछेहु | गोस्वामीतुलसीदास Скачать
Sri Ram Charit Manas, Ayodhya kand 38 | पछिले पहर भूपु नित जागा। आजु हमहि बड़ अचर | गोस्वामीतुलसीदास Скачать
Sri Ram Charit Manas, Ayodhya kand 37 | राम राम रट बिकल भुआलू ।जनु बिनु पंख बिहंग | गोस्वामीतुलसीदास Скачать
Sri Ram Charit Manas, Ayodhya kand 36 | चहत न भरत भूपतहि भोरें। बिधि बस कुमति बसी | गोस्वामीतुलसीदास Скачать
Sri Ram Charit Manas, Ayodhya kand 35 | ब्याकुल राउ सिथिल सब गाता । करिनि कलपतरु | गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Sri Ram Charit Manas, Ayodhya kand 34 | अस कहि कुटिल भई उठि ठाढ़ी। मानहुँ रोष | गोस्वामी तुलसीदास. Скачать
Sri Ram Charit Manas, Ayodhya kand 33 | जिऐ मीन बरु बारि बिहीना । मनि बिनु फनिकु | गोस्वामी तुलसीदास Скачать
Sri Ram Charit Manas, Ayodhya kand 32 | राम सपथ सत कहउँ सुभाऊ । राममातु कछु कहेउ न |गोस्वामीतुलसीदास Скачать
Sri Ram Charit Manas, Ayodhya kand 31 | आगें दीखि जरत रिस भारी । मनहुँ रोष तरवारि | गोस्वामीतुलसीदास Скачать
Sri Ramcharit Manas,Ayodhya Kand Prayer| यस्याङ्के च विभाति भूधरसुता देवापगा मस्तके।गोस्वामीतुलसीदास Скачать
Vinay Patrika 279,Tulasidas |मारुति-मन, रुचि भरत की लखि लषन कही है। कलिकालहुँ नाथ ! नाम सों प्रतीति Скачать
Vinay Patrika 256, Tulasidas | कहे बिनु रह्यो न परत, कहे राम ! रस न रहत ।तुमसे सुसाहिब की ओट जन खोटो Скачать
Vinay Patrika 248, Tulasidas | पाहि पाहि राम! पाहि, रामभद्र, रामचन्द्र !सुजस श्रवन सुनि आयो हौं सरन. Скачать
Vinay Patrika 247, Tulasidas | राम जपु, जीह ! जानि, प्रीति सों प्रतीति मानि, रामनाम जपे जैहै जिय को. Скачать