जो तुम तोड़ो पिया, मैं नाही तोडू रे।
तोरी प्रीत तोड़ी कृष्णा, कौन संग जोडू॥
तुम भये तरुवर, मैं भयी पंखिया।
तुम भये सरोवर, मैं भयी मछिया॥
तुम भये गिरिवर, मैं भयी चारा।
तुम भये चंदा मैं भयी चकोरा॥
तुम भये मोती प्रभु जी, हम भये धागा।
तुम भये सोना, हम भये सुहागा॥
बाई मीरा के प्रभु बृज के बासी।
तुम मेरे ठाकुर, मई तेरी दासी॥
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