04.03.2017 - एक तट से दूसरे तट तक - हमारी पांच भाग वाली फिल्म श्रृंखला, "ट्रांसओशेनिका" एक यात्रा फिल्म है जो हमें दक्षिण अमेरिका की आत्मा में गहराई तक ले जाती है. हम रियो दे जेनेरो से लीमा तक 100 घंटे में 6300 किलोमीटर दूरी की, दुनिया की सबसे लंबी सीधी बस यात्रा कर रहे हैं. यह पांचवां एपिसोड , एंडीज़ से पेरू के तटीय रेगिस्तान और राजधानी लीमा की ओर यात्रा पर ले जाता है, हालांकि इसमें दो दिन की देरी होती है.
जर्मनी या फ्रांस की तुलना में, पेरू में लगभग तीन गुना अधिक लोग सड़कों पर अपनी जान गंवाते हैं. एंडीज़ में खतरनाक जगहों को अक्सर "मौत का मोड़" या "मनहूस मोड़" जैसे नाम दिए जाते हैं, जो उन स्थानों की पहचान होते हैं जहां लोगों की मृत्यु हुई हो.
एंडीज़ के ऊंचे पठार पर, हमें विकुनिया नामक एक प्रकार का लामा मिलता है, जिससे दुनिया के सबसे महंगे ऊन का उत्पादन होता है. हालांकि, एक परजीवी ने हाल ही में विकुनियाओं को काफी नुकसान पहुंचाया है और इन जानवरों की त्वचा पर हमला कर रहा है, जिससे वो ठंड और बारिश का सामना करने में असमर्थ हो जाते हैं. एंडीज़ के पश्चिमी ढलान धूल भरे और सूखे हैं. ये पेरू के तटीय रेगिस्तान की शुरुआत का प्रतीक हैं, जहां 2000 साल पहले नाज़्का संस्कृति विकसित हुई थी. अब जो कुछ बचा है वह प्रसिद्ध भौगोलिक नाज़्का रेखाएं हैं, जो विशाल रेगिस्तान के कठोर तल में उकेरी गई हैं.
फिर सड़क प्रशांत तट के साथ-साथ, उत्तर की ओर मुड़ जाती है, जहां मछुआरों के कई गांव हैं। उनमें से एक पिस्को है, जहां स्थानीय मछली पकड़ने का व्यापार "अल नीन्यो" नामक मौसमी घटना से बुरी तरह प्रभावित हुआ है. और फिर अंत में, बस में 144 घंटे और 6300 किलोमीटर के बाद, हम आखिरकार दो दिन की देरी से लीमा पहुंचते हैं.
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