#niranjansaar
● बानी गुरु रामदास जी:-
मेरे साहा मै हर दरसन सुख होए ॥
हमरी बेदन तू जानता साहा अवर किआ जानै कोए ॥रहाउ॥
साचा साहिब सच तू मेरे साहा तेरा कीआ सच सभ होए ॥
झूठा किस कउ आखीऐ साहा दूजा नाही कोए ॥१॥
सभना विच तू वरतदा साहा सभ तुझह धिआवह दिन रात ॥
सभ तुझ ही थावहो मंगदे मेरे साहा तू सभना करह इक दात ॥२॥
सभ को तुझ ही विच है मेरे साहा तुझ ते बाहर कोई नाहे ॥
सभ जीअ तेरे तू सभस दा मेरे साहा सभ तुझ ही माहे समाहे ॥३॥
सभना की तू आस है मेरे पिआरे सभ तुझह धिआवह मेरे साह ॥
जिउ भावै तिउ रख तू मेरे पिआरे सच नानक के पातसाह ॥४॥
Facebook Page:- [ Ссылка ]
YouTube Channel:- [ Ссылка ]
Ещё видео!