श्रवण कुमार की प्रेरणादायक कहानी
श्रवण कुमार, एक गरीब बालक, अपने बुजुर्ग और अंधे माता-पिता के साथ रहता था। एक दिन, उसके माता-पिता ने तीर्थ यात्रा पर जाने की इच्छा व्यक्त की। चूंकि वे अंधे थे, श्रवण उन्हें अकेले नहीं भेज सकता था। इसलिए, उसने दो बड़े मजबूत टोकरे बनाए और प्रत्येक टोकरा को एक लंबे बाँस के डंडे के दोनों ओर बाँध दिया। उसने अपने माता-पिता को इन दोनों टोकरों में बैठाया और अपने कंधे पर उठाकर तीर्थ स्थानों की यात्रा करने लगा।
@AdhyatmikRahasya13
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