श्री सूर्यकवचम।। Shri suryakavacham with Sanskrit lyrics by BalRam pandey।।
आप हमारे इस भगवद् कार्य में सहयोग प्रदान कर सकते हैं।
जिससे हम सनातन धर्म के धार्मिक पुस्तकों को खरीदकर, आप सभी में उसका प्रचार-प्रसार कर सकें।
Google pay/PhonePe = 7295841147
Google pay = Sanskritbalram@oksbi
PhonePe = sanskritbalram@ybl
Paypal- [ Ссылка ]
Razorpay- [ Ссылка ]
शास्त्रों में वर्णित सूर्य कवच के पाठ से हर आपदा से बचा जा सकता है। यह कवच व्यक्ति के अंग-प्रत्यंग की रक्षा करता है। यह कवच संपूर्ण रूप से सौभाग्य और दिव्यता प्रदान करता है। यश और पराक्रम देता है। श्री सूर्य कवच, यदि इस कवच को पूर्ण श्रद्धा और सच्चे भक्ति भाव से अपने घर पर लगाया जाता है तो भगवान सूर्य देव की कृपा होती है। वो आपको और आपके परिवार को किसी भी तरह के शत्रु से, परेशानी से बचाते हैं बल्कि आपको पूरे परिवार सहित स्वस्थ, सुखी और धनवान भी बनते हैं। यह कवच याज्ञवल्क्य जी द्वारा रचित एक बहुत ही सुन्दर कृति है ये एक कवच है जो कि मनुष्य को आपदाओं, संकट, धन का अभाव, और बुरी शक्तियों के साथ-साथ दुश्मनो से भी बचाता है ये कवच भगवान् सूर्य का कवच है।
यदि आपके ऊपर या आपके परिवार पर शनि की छाया हे तो सूर्य कवच आपके लिए बहुत जरूरी है। इस कवच में याज्ञवल्क्यजी कहते हैं कि हे मुनि श्रेष्ठ सूर्य के शुभ कवच को सुनो, जो शरीर को आरोग्य देने वाला है तथा संपूर्ण दिव्य सौभाग्य को देने वाला है। चमकते हुए मुकुट वाले डोलते हुए मकराकृत कुंडल वाले हजार किरण वाले सूर्य देव का ध्यान करके यह स्तोत्र प्रारंभ करें।
मेरे सिर की रक्षा भास्कर करें, अपरिमित कांति वाले ललाट की रक्षा करें।
नेत्र (आंखों) की रक्षा दिनमणि करें तथा कान की रक्षा दिन के ईश्वर करें।
मेरी नाक की रक्षा धर्मघृणि, मुख की रक्षा देववंदित, जिव्हा की रक्षा मानद् तथा कंठ की रक्षा देव वंदित करें।
स्नान करके जो भी स्वच्छ चित्त से सूर्य कवच का पाठ करता है वह रोग से मुक्त हो जाता है। दीर्घायु होता है, सुख,मान तथा यश प्राप्त करता है। चलिए हम भी सूर्य कवच स्त्रोत्रम का पाठ करें और अपने लिए रक्षा, सुरक्षा, दीर्घायु, सुख, शांति, समृद्धि की कामना करें और भगवान से प्रार्थना करें कि हमें और हमारे परिवार को किसी भी तरह के संकट, कष्ट, आपदा, बुरी शक्तियों से बचाएं
सूर्य कवच के विषय में याज्ञवल्क्य जी ने विस्तार से बताया है। सूर्य कवच धारण करने और उसका नियमित पाठ करने से भगवान सूर्य प्रसन्न होते है। सूर्य की कृपा से सुख-समृद्धि, सुंदर शरीर और सम्पत्ति मिलती है। व्यक्ति प्रकाशवान होता है। धर्म ग्रंथों में सूर्य कवच की महिमा का वर्णन है। सूर्य कवच का नियमित पाठ करने से आपदा दूर होती है। यह कवच व्यक्ति को सुरक्षा प्रदान करता है। प्रात: काल सूर्य को नमस्कार करने के बाद सूर्य कवच का पाठ करना चाहिए। रविवार को सूर्य कवच का पाठ करने से विशेष लाभ मिलता है। विधि विधान से शुभ मुहुर्त में सूर्य कवच धारण करना शुभ होता है।
'सूर्यकवचम'
#suryakavach #sanskrit #stotram #sun #lordsun #powerful #viral #india #stotra #balrampandeysanskrit
![](https://i.ytimg.com/vi/QFK2nZ_jrEo/maxresdefault.jpg)