आज के इस विडिओ में हम तर्पण करने की एक सरल विधि के बारे में जानेंगे।
जिन सामग्रियों की आपको आवश्यकता होगी वे हैं - कच्चे चावल या सफेद चावल, काले तिल, दर्भ, एक सिक्का - आप चाहे तो चांदी या सोने का सिक्का ले जाते हैं, एक गिलास पानी।
आप सिक्के का पुन: उपयोग करे सकतें हैं।
1. अपने दाहिने हाथ की हथेली में एक बड़ा चम्मच काले तिल, सफेद चावल, एक सिक्का और दर्भ के कुछ छोटे टुकड़े रखें।
2. एक गिलास पानी लें और अपनी दहिनी हथेली पर मौजूद सामुग्री पर पानी की कुछ बूंदें छिड़कें।
3. अपने पूर्वजों से हृदयपुर्वक प्रार्थना करें। प्रार्थना कुछ इस प्रकार हो - "मैं अपनी मां की ओर से, उनके पितरों की छह पीढ़ियों के पूर्वजों को, इस अन्न को ग्रहण करने हेतु आमंत्रित करता हूं। आप पधारें और इस ऊर्जा को लें और तत्पश्चात प्रकाश में समा जाएँ। और जाते समय कृपया मुझे आशीर्वाद देना न भूलें।" आप चाहें तो उन परिवार के सदस्यों के नाम बता सकते हैं, जो गुजर चुके हैं।
4. फिर बचा हुआ पानी अपने दाहिने हाथ पर डालें और अपने हाथ को पूरी तरह से धो लें। आप सिक्के का पुन: उपयोग कर सकते हैं। बस इसे हर बार पानी से धो लें।
5. माँ के बाजू के पितरों के बाद, आप अपने पिताजी के बाजू की पितरों की छह पिढीयों को आमंत्रित करें।
6. जैसे-जैसे आप इस अनुष्ठान को करते रहेंगे, आप प्रत्येक तरफ 12 पीढ़ियों तक बढ़ सकते हैं। फिर बचा हुआ पानी अपने दाहिने हाथ पर डालें और हाथ को पूरी तरह से धो लें।
तर्पण करें और पितरोंका आशीर्वाद पाएं। तर्पण कैसे करें? - तर्पण का विधी | Pillai Center Hindi
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