किसी भी खिलाड़ी की महानता को नापने का सबसे बड़ा पैमाना है कि उसके साथ कितनी किंवदंतियाँ जुड़ी हैं. उस हिसाब से तो मेजर ध्यानचंद का कोई जवाब नहीं है. अपने शानदार खेल की बदौलत भारत को तीन बार ओलंपिक में गोल्ड मेडल दिलाने वाले हॉकी के जादूगर ध्यानचंद की 113वीं जयंती पर सुनिए, रेहान फ़ज़ल की विवेचना.
तस्वीरें: गेटी इमेज़स, रायटर्स, ईपीए, बीबीसी
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